जेब में 10 हजार रुपये और एक बेहतरीन आइडिया, आज 51 देशों में फैल चुका है साम्राज्य

यह कहानी ऐसे इंसान की है जिन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़कर पुरानी दिल्ली में एक छोटी सी इलेक्ट्रिकल ट्रेडिंग कंपनी खोल ली। कीमत राय गुप्ता ने जब हैवेल्स इंडस्ट्री शुरू की तब उनके पास महज़ 10,000 रुपये थे, पर आज हैवेल्स एशिया का टॉप इलेक्ट्रिकल ब्रांड्स बन चुका है। और यह कंपनी हमें ऊर्जा वितरण-श्रंखला के शुरू से लेकर अंत तक के उपकरणों का बेहतरीन उत्पाद प्रदान करती है। आज लगभग 51 देशों में इस इंडस्ट्री का बोलबाला है।

आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आने वाले कीमत राय गुप्ता ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भी पूरी नहीं की। पढ़ाई बीच में छोड़ कर उन्होंने एक छोटे से इलेक्ट्रिकल शॉप में नौकरी कर ली। कुछ समय बाद जब उनके पास कुछ पैसे इकट्ठे हो गए तब उन्होंने यह निश्चय किया कि वे अपना खुद का उद्योग खोलेंगे और उन्होंने पुरानी दिल्ली के भागीरथ प्लेस के इलेक्ट्रिक होलसेल मार्किट में गुप्ताजी एंड कंपनी की शुरुआत की।

1958 में उन्होंने ट्रेडिंग ऑपरेशन्स का शुभारंभ किया और कुछ सालों के बाद कीर्ति नगर में सफलतापूर्वक अपना पहला मैन्युफैक्चरिंग प्लांट खोला जिसमें रीवायरेबल स्विचेस और चेंज ओवर स्विचेस का निर्माण किया जाता था।

सन 1980 में अपनी कंपनी को नए सिरे से हैवेल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के रूप में शुरू किया और उच्च स्तर के एनर्जी मीटर्स बनाने का कारखाना खोला। इसी साल उन्होंने मेसर्स क्रिस्चियन गियर कंपनी के साथ तकनीकी सहयोग से भारत में मिनिएचर सर्किट ब्रेकर्स बनाने का प्लांट खोला।

यह वह समय था जब मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री भारत में अपने पाँव पसार रही थी, परंतु इस राह में वित्तीय पोषण एक बहुत बड़ी चुनौती थी। केवल कुछ जाने माने कंपनियों के संगठन को छोड़कर बाकी सभी के लिए यहाँ प्रवेश करना कठिन था और उभरते उद्यमियों के लिए यह उनके जीवन का संघर्ष दौर था। परंतु कीमत राय जी की उच्च महत्वकाँक्षा और शार्प विज़न के कारण हैवेल्स इंडस्ट्रीज़ केवल एक साल के भीतर ही सबसे ज्यादा लाभ देने वाली मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बन गई।

अपनी बड़ी विकास-क्षमता की वजह से उन्होंने हरियाणा के फरीदाबाद में कण्ट्रोल गियर प्रोडक्ट्स बनाने के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की शुरुआत की। उसके बाद उन्होंने राजस्थान के अलवर में एक पॉवर केबल और वायर बनाने का प्लांट खोला। उसके बाद कंपनी ने यह निर्णय लिया कि वे थ्री -फेज एनर्जी मीटर बनाने का प्लांट खोलेंगे जो ओद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए होगी।

आज हैवेल्स इंडिया लिमिटेड एक मल्टी बिलियन डॉलर कंपनी है जो इलेक्ट्रिकल सामान बनाती है। और जाने माने विश्व स्तरीय ब्रांड्स जैसे कार्बट्री, सिवानिया, कॉन्कर्ड, लुमियंस,और ऐसी 91 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के मालिक हैं जिसने आज 51 देशों में अपना प्रभुत्व बना लिया है।

यही नहीं गुप्ता परिवार की गिनती आज भारत के सबसे सफल उद्योगपति घरानों में होती है और उनका नाम भारत के अरबपतियों की सूची में 48वां है। कठिन परिश्रम, दृढ़ इच्छाशक्ति, और अपने शार्प विज़न के कारण ही कीमत राय ने हैवेल्स को आज एक ऊँचे मुक़ाम तक पहुँचाया है। इनकी यह औद्योगिक यात्रा उभरते हुए उद्यमियों के लिए प्रेरणा-स्रोत है।  

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