बाइक के जरिए दुनिया घुमाने के अनूठे आइडिया से इस व्यक्ति ने बना ली 121 करोड़ की कंपनी

वक़्त का पहिया इतनी तेजी से घूम रहा है कि हर एक क्षेत्र में नई-नई चीज़ें देखने को मिल रही है। और इन नवाचारों में युवा पीढ़ी की अहम भूमिका है। युवाओं ने अपनी दूरदर्शिता से ऐसे कई क्षेत्रों में कारोबार की संभावनाओं को ढूंढ निकाला है, जो औरों की सोच से परे हैं। हमारी आज की कहानी भी एक ऐसे ही युवा उद्यमी की है, जिन्होंने लोगों के बाइक चलाने के जुनून में से एक शानदार बिज़नेस आइडिया ढूंढ़ निकाला और करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर लिया।

दिल्ली के प्रीत शर्मा ने “केयर माय टूर्स” नामक एक अनोखा ब्रांड लॉन्च किया, जिसके बैनर तले भारत समेत किसी भी देश में आपके प्रवास सहित आपके बाइकिंग एडवेंचर टूर की समुचित व्यवस्था प्रदान की जाती है। इसमें कोई शक नहीं है कि भारत में असंख्य साहसिक और उत्साही बाइकर्स हैं जो दो पहियों पर दुनिया घूमने की आकांक्षा रखते हैं। हालाँकि, उनके लिए अब तक सुविधाएं या तो अत्यधिक महंगी थीं या अनुपलब्ध थीं। प्रीत, जो खुद बाइकिंग का शौक रखते हैं, ने इस क्षेत्र में एक बड़ी कारोबारी संभावना को भांपा। अपने परिवार द्वारा प्रदान किए गए सभी आसान अवसरों के बावजूद, उन्होंने उद्यमिता के कठिन मार्ग पर चलने का फैसला किया।

एक उच्च-मध्यम वर्गीय परिवार में पले-बढ़े प्रीत को बचपन से ही सुपरकारों और सुपरबाइक्स का जुनूनी शौक था। उनके पिता होटल इंडस्ट्री से जुड़े हुए थे। प्रीत ने अपनी शिक्षा पूरी की और स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रेलिया का रुख किया। पढ़ाई के दौरान, प्रीत ने रेस्तरां, पब आदि में पार्ट टाइम जॉब करके कुछ पैसे कमाए। हालाँकि, उनके पास पैसे की कोई कमी नहीं थी लेकिन शौक़िया तौर पर उन्होंने ऐसा किया। उन्हें इस बात का एहसास हो चुका था कि नौकरी उनके लिए सही विकल्प नहीं है। यह वह वक़्त था जब उन्हें जीवन में व्यवसाय करने की स्पष्टता मिली। ऑस्ट्रेलिया में काम करने के दौरान कमाए गए 30 लाख रुपये के साथ उन्होंने स्वदेश लौटने का निश्चय किया। उन्होंने उस पैसे को निर्माण व्यवसाय में लगाया और रियल एस्टेट में निवेश किया।

केनफ़ोलिओज़ के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा “मुझे याद है कि जनवरी 2019 में एक बाइक अभियान करना था जहाँ हम ज्वालामुखी पर चढ़े और पहाड़ की चोटी पर चढ़े, यह एक ऐसा अनुभव था जिसे मैं शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता हूँ”

सुपरबाइक अभियानों की कमी के पीछे प्रीत को असली समस्या का एहसास हुआ कि वे बहुत महंगे हैं, और कोई भी कंपनी आपको अपनी बाइक अभियान की योजना भारत से बाहर करने की सेवा नहीं देती है। जबकि दूसरे देशों में ऐसी कई कंपनियां मौजूद है। इन सब को मद्देनज़र रखते हुए और पहले से ही होटल व्यवसाय में पकड़ के साथ उन्होंने कम कीमत में टूर पैकेज मुहैया कराने की योजना पर काम शुरू कर दिया।

अगर कोई अमेरिका यात्रा सुपरबाइक के जरिये करना चाहता है तो इसकी कीमत लगभग दस दिनों के लिए 2-3 लाख रुपये होगी। वहीं केयर माय टूर्स सिर्फ 1-1.25 लाख रुपये में वही पैकेज देती है। केयर माई टूर्स ने बीएमडब्ल्यू, डुकाटी और जावा जैसे ब्रांडों के साथ भागीदारी भी की है जो कंपनी को दुनिया के लगभग हर हिस्से में एक सुपरबाइक प्रदान करने में सक्षम बनाती है।

प्रीत बताते हैं कि “हमें हमेशा रूस से भारी प्रतिक्रिया मिलती है। रूस में हमारी एक यात्रा की योजना में, रूसी वाणिज्य दूतावास के सदस्य हमें बधाई देने आए। रूसी वाणिज्य दूतावास की कार आगे-आगे चल रही थी, हमारे सभी बाइकर्स उनके पीछे थे, और पुलिस की गाड़ी हमारे पीछे। यह बहुत सम्मानजनक पल था और उस दिन मुझे आखिरकार इस उद्यम की सफलता का अहसास हो गया।

दूसरी बात यह है कि इस तरह के अभियान में कई अप्रत्याशित घटनाओं के आसार होते हैं। जैसे ब्रेक का विफल होना, सड़क दुर्घटनाएं आदि लेकिन इन सब को ध्यान में रखते हुए केयर माय टूर्स राइडर्स को सुरक्षा का पूरा आश्वासन देता है। प्रशिक्षित राइडर्स सबसे आगे दौड़ते हैं और बाकि उनका अनुसरण करते। साथ ही, एक एसओएस वाहन भी है जो पूरे समूह का अनुसरण करता है, ताकि कोई भी दुर्घटना होने पर इलाज मिनटों में शुरू हो जाएगा।

वर्तमान में, केयर माय टूर्स तीन देशों – भारत, ऑस्ट्रेलिया और वियतनाम में अपनी मजूदगी बनाए हुए है। प्रीत की योजना कम से कम 12 देशों में फ्रेंचाइजी खोलने की है। इसके अलावा, प्रीत निर्माण कंपनी और होटल इंडस्ट्री में ही अपना व्यवसाय कर रहे हैं। उनके कुल साम्राज्य का मूल्य 121 करोड़ रुपये है। वह अगले साल के अंत तक इसे 250 करोड़ रुपये बनाने के लक्ष्य के साथ हर दिन कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

कायदे से देखें तो सफल उद्यमिता की कुंजी दृढ़ता है। बड़ा साम्राज्य बनने से पहले हर व्यवसाय कई बार विफल होते हैं। किसी भी इच्छुक उद्यमी को यह नहीं भूलना चाहिए कि आपने शून्य से शुरुआत किया है, इसलिए जो भी आप खोते हैं उससे निराश होकर हार मानने की बजाय दृढ़ता के साथ पुनः प्रयास करने की आवश्यकता है।

आप अपनी प्रतिक्रिया नीचे कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं और पोस्ट अच्छी लगी तो शेयर अवश्य करें

Smartness: How Rintu Is Sweetly Preserving Traditions And Environment And Helping Those In Need

स्मार्ट आइडिया: कैसे वह परंपराओं और पर्यावरण के संरक्षण के साथ-साथ कर रही हैं जरूरतमंद लोगों की मदद