भाग्य ने लगभग उन्हें स्वीपर बना दिया था, लेकिन हार नहीं माने, आज मिलने वालों का तांता लगा रहता है

बुरे वक़्त में नहीं डिगने और डटे रहने का गुण बहुत से साधारण व्यक्तियों को असाधारण बना देती है। कठिन समय से गुजरते कम ही लोग अपना साहस बनाये रख पाते हैं और तब वे अपनी जिंदगी ऐसी बना देते हैं जो दूसरों के लिए सपने ही रह जाते हैं। ऐसी ही कहानी 20 वर्ष के रिंकू सिंह की है जो उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक क्रिकेट-ऑलराउंडर हैं, जिसे साल 2018 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने 80 लाख रुपयों में अपनी टीम में शामिल किया था।

रिंकू ने 2009 से क्रिकेट खेलना शुरू किया और तेजी से घरेलू भारतीय लीग्स के शीर्ष पर अपनी जगह बना ली। विजय हजारे ट्रॉफी के दो मैचों में 206 और 154 रन्स बना कर इन्होंने सेलेक्टर्स का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। 2016 में उन्हें उत्तर प्रदेश रणजी ट्रॉफी टीम में खेलने का मौका मिला और वर्तमान में वे दिल्ली के लिए खेल रहे हैं।

इनका पूरा नाम रिंकू खानचंद सिंह है। इनका जन्म 12 अक्टूबर 1997 में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ। रिंकू का जीवन बेहद अभाव भरा रहा है। वे एक LPG वितरण स्टोरेज कंपाउंड में टिन के छत वाले दो कमरे के मकान में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनके पिता अलीगढ़ में LPG सिलिंडर्स की डिलीवरी करते हैं। उनका एक भाई है जो ऑटो रिक्शा ड्राइवर है और दूसरा जो कोचिंग इंस्टिट्यूट में काम करता है।

दसवीं की पढ़ाई पूरी करते-करते रिंकू को यह महसूस हो गया कि उन्हें पढ़ाई में बिल्कुल भी रूचि नहीं है। और तब उन्होंने अपना पूरा ध्यान क्रिकेट खेलने में लगा दिया। यह करना उनके लिए आसान नहीं था क्योंकि उनका परिवार पूरी तरह से कर्ज़ में डूबा हुआ था और इस कर्ज़ का भुगतान करना उनके परिवार के लिए आसान बिलकुल नहीं था। रिंकू इस समय अपने परिवार की मदद करना चाहते थे। वे मैच खेलने के दौरान मिली अपनी कमाई से कर्ज़ उतारने में अपना योगदान दे रहे थे। उन्होंने अपनी बाइक अपने पिता को LPG की डिलीवरी के लिए दे दिया। उन्हें यह बाइक प्राइज में दिल्ली के एक टूर्नामेंट में मैन-ऑफ़-द -सीरीज अवार्ड मिलने पर मिला था।

परन्तु परिस्थितियां इसके बाद भी नहीं बदलीं। रिंकू ने एक बार अपने भाई से नौकरी के लिए कहा था। भाई ने उन्हें एक घरेलू नौकर के रूप में काम करने को कहा जहाँ उसे झाड़ू-पोछा लगाना था परन्तु रिंकू ने यह सब करने से मना कर दिया।

उनकी प्रतिभा को पहचान कर किंग्स XI पंजाब ने उन्हें पिछले साल साइन किया परन्तु रिंकू निराश थे क्योंकि उन्हें एक भी मैच में शामिल नहीं किया गया। बजाय आशा खोने के, उन्होंने और मेहनत करनी शुरू कर दी और सिलेक्शन ट्रायल में मुंबई इंडियंस को ख़ासा प्रभावित किया। यहाँ पर उन्होंने 31 बॉल में 91 रन्स बनाये थे। उसके बाद रिंकू हमेशा आईपीएल फ्रैंचाइज़ी की नजरों में रहने लगे। रिंकू को खरीदने के लिए कोलकाता और मुंबई के बीच काफ़ी लड़ाई चलती रही और अंत में 28 जनवरी 2018 को रिंकू को कोलकाता नाइट राइडर्स ने उनके बेस प्राइज़ से चार गुना ज़्यादा कीमत देकर अपनी टीम में शामिल कर लिया। बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज रिंकू अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं।

रिंकू अपनी बहन की शानदार शादी कराना चाहते हैं और इसलिए वे शादी के आयोजन पर पैसा खर्च करने का इरादा रखते हैं। वे अपने परिवार के लिए एक बेहतर घर बनाने की ख़्वाइश रखते हैं।

रिंकू कहते हैं “जिंदगी में मैंने काफ़ी संघर्ष किया, शायद भगवान उन कठिन दिनों की भरपाई कर रहे हैं।”

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