मॉडलिंग छोड़ की थी UPSC की तैयारी, मिस इंडिया फाइनलिस्ट से IAS बनने तक का सफ़र

साल 2015 में जब यूपीएससी की परीक्षा के परिणाम आए तो उसमें एक नाम चौंकाने वाले थे। अब तक लोग जिन्हें बतौर मॉडल जानते थे, उनकी पहचान अब भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर के तौर पर हो रही है।

मॉडल से प्रशासनिक ऑफिसर बनीं राजस्थान की ऐश्वर्या श्योराण ने अखिल भारतीय स्तर पर 93वीं रैंक हासिल करने में कामयाब रहीं। बिना किसी कोचिंग के अपने पहले प्रयास में ही सफलता का ताज अपने नाम करने वाली इस लड़की की कहानी प्रेरणा से भरी है।

23 वर्षीय ऐश्वर्या मूलरूप से राजस्थान के चूरू जिले की रहने वाली हैं। वह मॉडलिंग को शौक और सिविल सेवा को जुनून मानती हैं। और यही वजह यह है कि उन्होंने कोचिंग क्लास की बजाय इंटरनेट से करंट अफेयर्स पढ़ने से अपनी तैयारी की शुरुआत की।

ऐश्वर्या के पिता भारतीय सेना में कर्नल के पद पर हैं। ऐश्वर्या का शुरूआती जीवन दिल्ली में ही बीता। उन्होंने संस्कृति स्कूल चाणक्यपुरी से स्कूली शिक्षा प्राप्त की और 97.5% के साथ एकेडमिक टॉपर भी रहीं। उसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में दाखिला लिया।

ऐश्वर्या अपने आप को बेहद भाग्यशाली मानती हैं। दरअसल कॉलेज के फर्स्ट ईयर में वह अपनी माँ के साथ मॉल में घुमने गईं थी। तभी वहाँ चल रही ‘मिस फ्रेश फेस’ प्रतियोगिता में उन्होंने हिस्सा ले लिया और जीत गई। बाद में वह मुंबई गई जहाँ मिस इंडिया ऑर्गनाइजेशन ने उन्हें देखा और मिस इंडिया कांटेस्ट में हिस्सा लेने के लिए कहा। 2015 में मिस दिल्ली का ख़िताब उनके नाम रहा। फेमिना मिस इंडिया 2016 में वह फाइनलिस्ट भी रही। इतना ही नहीं 2016 में मुंबई में आयोजित लेक मी फैशन वीक जो देश का सबसे बड़ा फैशन शो है, वहाँ देश के जाने माने मॉडल्स के साथ वह एक मात्र नई मॉडल थी।

ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद वह यूपीएससी परीक्षा में बैठने के योग्य हो गई। वर्ष 2018 में उन्होंने मॉडलिंग से ब्रेक लिया और तैयारी में जुट गईं। उन्होंने सबसे पहले यूपीएससी के सिलेबस को समझा और फिर घर पर रहकर ही तैयारी करने का फैसला किया।

मैंने यूपीएससी की पढ़ाई के लिए 10+8+6 फॉर्मूला बनाया, यानि कि 10 घंटे पढ़ाई, 8 घंटे सोना और 6 घंटे अपनी पसंद का कोई भी काम करना।

दस माह तक घर पर ही रहकर बिना किसी कोचिंग के ही उन्होंने कामयाबी हासिल की। उन्होंने इंटरनेट का बेहद सही तरीके से उपयोग किया। उनकी मानें तो वह इंटरनेट से नोट्स डाउनलोड कर प्रिंट कराती और फिर स्टडी करती। यूपीएससी सिलेबस के बाहर कुछ नहीं पूछता इसलिए आपको नोट्स बनाने बहुत ज़रूरी है। वह 100 पेज की किताब के 2 पेज नोट्स बना लेती थी। और यह उनके लिए बेहद फायदेमंद साबित हुआ। उनकी मेहनत कामयाब हुई।

ऐश्वर्या की कहानी कई मायनों में प्रेरणा से भरी है। पहली चीज यह कि इस दुनिया में कुछ भी कठिन नहीं है बर्शते कि आपको सही समय पर सही रणनीति के साथ आगे बढ़ना होगा। साथ ही उन्होंने अपनी सफलता से इस धारणा को भी खत्म कर दिया है कि सिर्फ कोचिंग की पढ़ाई से ही यूपीएससी क्रैक किया जा सकता है।

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